जामुन और महुआ के फायदे हिंदी में। jamun ki guthli ke fayde hindi me

जामुन का पेड़ हिंदी में। jamun ka ped in hindi

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jamun tree information in hindi

हेलो दोस्तों, आप सभी का स्वागत है आपके अपने वेबसाइट information about india in hindi में। आज हम जामुन फल और जामुन का पेड़ हिंदी में, jamun ka ped in hindi जानेंगे। जामुन से संबंधित जैसे jamun tree information in hindi, jamoon ke fayde, jamun benefits, jamun english name इस सबके बारे में जानेंगे।

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jamun ka ped in hindi | jamun tree information in hindi

कोरोना काल में लोगों ने पेड़ पौधों का मूल्य समझा है। ऐसा ही एक सदाबहार वृक्ष है जामुन। यह सल्फर ऑक्साइड और नाइट्रोजन जैसी जहरीली गैसों को हवा से सोख कर उन्हें ऑक्सीजन में बदल देता है। कई दूषित कणो को भी जामुन का पेड़ ग्रहण करता है। आगरा की आयुर्वेदाचार्य कविता गोयल बताती है की जामुन का फल,गुठली,छाल और पत्ते औषधियें गुणों से भरपूर है। 

एक तरह से यह प्राकृतिक औषधि का खजाना है। आयरन, विटामिन-ए, सी, कैरोटीन और अन्य पोषक तत्त्व इसमें प्रचुर मात्रा में पाए जाते है। एंटीऑक्सीडेंट होने के कारण यह रोग प्रतिरोधक छमता बढ़ाता है और रक्तचाप नियंत्रित रखता है। बता दें, जामुन के पेड़ की उम्र 80 से 90 साल तक मानी जाती है। 

Jamun ka ped kaise lagaye | जामुन का पेड़ कैसे लगाए 

यहां लगाएं: जामुन के बीज को अंकुरित होने के लिए लगभग 20 डिग्री सेल्सियस और वृक्ष को विकसित होने के लिए सामान्य तापमान की आवश्यकता होती है। अच्छी पैदावार के लिए इसका रोपण उचित जल निकासी वाली दोमट मिट्टि में किया जाता है। 

ऐसे और इस समय लगाएं: पौधरोपण के लिए वर्षा ऋतू से पूर्व एक घन मीटर आकार के गड्ढ़े तैयार करें। इनमे मिटटी तथा सड़ी हुई खाद (बराबर अनुपात में ) और क्विनाल्फास (50 से 100 ग्राम ) के मिश्रण से भरना चाहिए। बारिश के इन गडढों में जामुन की पौधा लगानी चाहिए। 

जामुन में कार्बोहायड्रेट, प्रोटीन व कैल्शियम के साथ प्रति 100 ग्राम में दो मिलीग्राम तक आयरन भी पाया जाता है।

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jamun english name 

जामुन का वैज्ञानिक नाम: सीजीजीयम क्युमिनि 

अन्य नाम: जामुन को संस्कृत भाषा में महाफला, महाजंबू , असम में जमू , बंगाल में कालाजाम, गुजरात में जांबू , महाराष्ट्रा में जांबुल कहा जाता है। प्रकृति में यह अम्लीय होता है। 

jamoon ke fayde | jamun benefits

उपयोग और फायदे: jamun ki guthli ke fayde hindi me | jamun ke fayde bataiye

कान के लिए: पस निकलने या घाव होने पर जामुन की गुठली पीस कर शहद मिलाएं। इसे दो बूंद कान में डालें, कान का दर्द दूर कर देगा। 

दांतों के लिए: जामुन के सुखें पत्ते को जला कर इसकी राख से दांतों व मसूढ़ों पर मालिश करें। मजबूती बढ़ती है। पायरिया भी ठीक होती है। 

मुँह व गले लिए: मुँह में छाले  हो जाए तो पत्तों के रस से कुल्ला करें। जामुन का सेवन करने से गले के रोग भी ठीक होते है। 

मधुमेह में संजीवनी: गुठली को सुखाकर चूर्ण बना ले। इसे दिन तीन बार लेने से मधुमेह नियंत्रित रहता है। मधुमेह के टाइप- 2 रोगियों के लिए तो यह किसी संजीवनी से कम नहीं है। 

महुआ गुणों से भरपूर, बनाए बलवान | mahua plant in hindi

mahua tree details in Hindi | mahua plant in Hindi

sapne me mahua ka ped dekhna
mahua ka ped image

कोरोना काल में सबसे ज्यादा जरूरत पड़ी प्रतिरोधक क्षमता की। जितनी बेहतर प्रतिरोधक क्षमता, उतना ही कोरोना और अन्य बीमारियों से बचें रहें। इसी तरह महुआ का पेड़ गुणों की खान की तरह है। 

महुआ का सेवन सेहतमंद बनाता है और कई बीमारियों से बचाता है। इसके सेवन से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। महुआ की खासियत है की यह फल और सब्जी दोनों के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। 

इस समय और ऐसे लगाएंmahua ka ped kaise lagaye

महुआ का पौधा रोपने के लिए जुलाई का पहला हफ्ता अच्छा समय होता है। पौधा रोपने के लिए भी 45 गुणे 45 सेंमी का गड्ढ़ा जरूरी है। इसे रोपते समय खाद और पानी की पर्याप्त मात्रा रहनी चाहिए। समय-समय पर पानी देते रहें। 

छोटे पार्क में भी लगा सकते है: महुआ का पौधा रोपने के लिए पार्क या खुले स्थान का चयन करना चाहिए। अगर आपकी कॉलोनी या मोहल्ले आदि में जो छोटे पार्क है, उनमें भी रोपा जा सकता है। इसके पेड़ की ऊंचाई 20 फिट तक होती है। 

सेहत संग समृद्धि का भी वरदानmahua fruit in hindi

महुआ के हर हिस्से में विभिन्न पोषक तत्व मौजूद है। गर्म क्षेत्रों में इसकी बागवानी इसके स्निग्ध (तैलीय) बीज, फूल, फल और लकड़ी के लिए की जाती है। कच्चे फलों की सब्जी भी बनती है। पके फलों के अन्दर का हिस्सा खाने में मीठा होता है। 

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इसके तेल का प्रयोग ( जो सामान्य तापमान पर जम जाता है ) त्वचा की देखभाल, साबुन या डिटर्जेंट के लिए और वनस्पति के रूप में किया जाता है। तेल निकलने के बाद बचे इसके खल का प्रयोग जानवरों के खाने और उवर्रक के रूप में किया जाता है। छाल और फल के साथ बीज का औषधीय प्रयोजनों के लिए प्रयोग किया जाता है। 

mahua tree details in hindi:-

महुआ का वैज्ञानिक नाम: Madhuca longifolia

अन्य नाम: Mahuwa, Mahua, Mahwa, Mohulo, Iluppai or ippa

English name of mahua: Butternut tree.

mahua ka ped aur fal
mahua fruit in hindi



ये फायदे भी जानिएmahua benefits in hindi

1. कार्बोहायड्रेट, फैट और प्रोटीन के साथ ही कैल्शियम, फास्फोरस आयरन, कैरोटीन और विटामिन सी भरपूर मात्रा में। 

2. खून की कमी होने पर महुआ के फूल को पानी में भिगोकर उस पानी को पिने से शरीर में खून बढ़ता है। 

3. जाड़े के दिनों में महुआ के दो-तीन फूल गर्म दूध में डालकर सेवन करने से शरीर में ताकत व स्फूर्ति का संचार होता है। 

4. छोटे बच्चे को निमोनिया होता है तो सूती कपडे में महुआ की पोटली बनाकर आग से छाती में सेंक लगाने पर आराम मिलता है। चोट लगने पर भी दर्द वाले स्थान पर इसकी सेंक दर्द में राहत देती है। 

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